पूरी दुनिया में 18 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया गया. इसी मौके पर 21 अप्रैल को देश के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने लिवर हेल्थ को लेकर देश को संबोधित किया. नड्डा ने “लिवर स्वास्थ्य प्रतिज्ञा समारोह” का आयोजन किया. लिवर स्वास्थ्य के लिए शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिवर के स्वास्थ्य को लेकर कुछ बातें ध्यान में रखने के लिए कहा.
जेपी नड्डा ने कहा, हमें कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए. पहला, अगर लिवर अच्छा है, तो पाचन अच्छा होता है, अगर लिवर अच्छा है, तो डिटॉक्सिफिकेशन होता है, और एंर्जी स्टोरेज भी होता है, लेकिन अगर लिवर अच्छी हालत में नहीं है, तो हमारा शरीर कई बीमारियों से भी प्रभावित होगा.
किन बीमारियों का होता है खतरा
लिवर हेल्थ को लेकर नड्डा ने कहा, अगर लिवर हेल्थ सही नहीं रहती है तो इससे शरीर में हृदय रोग, डायबीटिज या बल्ड प्रेशर हो सकता है, और यहां तक कि कैंसर की बीमारी भी हो सकती है. इसलिए लिवर की देखभाल करना और अच्छा खाना खाना जरूरी है.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हाल ही में, प्रधान मंत्री मोदी ने “मन की बात” में अपने संबोधन के दौरान, राष्ट्र से खाना पकाने में तेल के इस्तेमाल को कम से कम 10% तक कम करने की अपील की. यह छोटा लेकिन शक्तिशाली कदम बेहतर लिवर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने और देश में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के बोझ को कम करने में काफी मदद कर सकता है. स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने सभी से “लिवर के स्वास्थ्य की देखभाल करने, नियमित रूप से जांच कराने और स्वस्थ लाइफ स्टाइल अपनाने” का संकल्प लेने के लिए कहा.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
वर्ल्ड लिवर डे के मौके पर पीएम मोदी ने भी जागरूकता फैलाने का काम किया था. पीएम ने इस मौके पर लोगों सेकम तला भुना खाने की बात कही थी. पीएम मोदी ने सोश मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि तेल का सेवन कम करने जैसे छोटे कदम बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं. आइए, हम सब मिलकर मोटापे के बारे में जागरूकता बढ़ाकर एक स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत का निर्माण करें.