लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं. अमेरिका पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने यहां व्यापारियों और प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की. बोस्टन में राहुल गांधी ने भारत के चुनाव आयोग पर निशाना साधा है. राहुल ने कहा कि हमारे लिए यह बिल्कुल स्पष्ट है कि चुनाव आयोग ने समझौता कर लिया है और यह बिल्कुल साफ है कि सिस्टम में कुछ गड़बड़ है. राहुल के इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि विदेशी धरती पर देश का अपमान करना राहुल गांधी और उनके परिवार की पुरानी आदत है .
बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि मैं इतिहास से दो उदाहरण देना चाहूंगा, एक उनकी दादी का और दूसरा उनके पिता का है. जब 1991 में राजीव गांधी चुनाव लड़ रहे थे, तब उनकी दुखद मौत हो गई. चुनाव आयोग ने कानून के मुताबिक चुनाव कराने के बजाय पूरी प्रक्रिया रोक दी. इसे कहते हैं समझौता.
उन्होंने आगे कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी की तरफ से सरकारी मशीनरी और अधिकारियों के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग चुप रहा. उनके परिवार ने दिखा दिया है कि चुनाव आयोग वास्तव में समझौतावादी है. उनकी दादी ने लोकतंत्र की हत्या की, आपातकाल लगाया. उन्होंने विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करके लोकतंत्र की हत्या की है. वे अपनी दादी की गलतियों को दोहरा रहे हैं.
राहुल पर हमलावर बीजेपी
राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी का उद्देश्य विदेश में रहते हुए देश को अपमानित करना था. बीजेपी ने कांग्रेस सांसद पर देश को बदनाम करने का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि BJP हमेशा देश की बदनामी का रोना नहीं रो सकती, क्योंकि हमारे नेता सच्चाई बयां कर रहे हैं.
क्या बोले थे राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में कुल लोगों की तुलना में ज्यादा लोगों ने मतदान किया और यह एक फैक्ट है. चुनाव आयोग ने हमें शाम करीब साढ़े पांच बजे एक आंकड़ा दिया और दो घंटे में करीब साढ़े सात बजे तक 65 लाख मतदाताओं ने मतदान किया, जो असंभव है. उन्होंने आगे कहा, हमारे लिए यह बिल्कुल साफ बात है कि चुनाव आयोग से समझौता किया गया है.